इरफ़ान खान के करीबी दोस्त ने उनके जनाज़े को लेकर कही ये बड़ी बात

इरफान खान बुधवार को इस दुनिया को छोड़कर चले गए हैं। मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। इरफान के नि’धन की खबर सुनकर उनके दोस्त और डायरेक्टर तिग्मांशु धूलिया हॉस्पिटल पहुंचे। तिग्मांशु दोस्त के नि’धन से काफी दुखी हैं।

उन्होंने कहा, ‘मैं उन्हें सालों से जानता था। हम नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से दोस्त बने थे। ये सब को’रोना वा’यरस जैसी महामारी के बीच हुआ। मैं बहुत दुखी हूं ये देखकर कि उनके जनाजे में सिर्फ कुछ लोग ही थे, जबकि यहां एक हुजूम होना चाहिए था।’

इरफान की अंतिम यात्रा में महज 15-20 लोग शामिल हो सके जिनमें परिवार के चंद लोगों के अलावा कुछ करीबी दोस्त मौजूद थे।

साल 2003 से पहले यूं तो इरफान खान कई टीवी सीरियल्स और फिल्मों में काम कर चुके थे। लेकिन उन्हें लोगों ने सीरियसली लेना शुरू किया इसी साल आई फिल्म हासिल के बाद।

हासिल फिल्म में इरफान खान ने जिस तरह की अदाकारी की थी उसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाता रहा और आगे भी याद किया जाएगा। तिग्मांशु धूलिया की इस फिल्म ने उनके दोस्त इरफान को पूरे देश में मशहूर कर दिया।

तिग्मांशु धूलिया ने इरफान के साथ एक और फिल्म बनाई थी पान सिंह तोमर। इस फिल्म के लिए इरफान को नेशनल अवार्ड से भी नवाजा गया था।

तिग्मांशु कई बार कह भी चुके हैं कि इरफान जैसा कलाकार उन्हें कभी कोई दूसरा नहीं मिला। तिग्मांशु का कहना था कि वह जब भी फिल्म बनाने की सोचते तो उनके दिमाग में सबसे पहला ख्याल ये आता कि क्या इसमें इरफान खान फिट बैठ पाएंगे।

बॉलीवुड में भी तिग्मांशु धूलियी और इरफान खान की दोस्ती के कई किस्से मशहूर हैं। मनोरंजन जगत से देशभर के सिनेप्रेमियों के दिलों में इरफान खान को एक खास मुकाम हासिल करवाने वाला वो दोस्त तिग्मांशु उनके आखिरी सफर में भी साथ रहा।

इरफान को ‘इरफान’ बनाने वाले तिग्मांशु धूलिया ने उनके नि’धन पर कहा कि आद मैंने अपना दोस्त ही नहीं बल्कि भाई खो दिया है।

इरफान की अंतिम यात्रा उसके कंधों पर ही पूरी हुई। जिस दोस्त ने उन्हें शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचाया उसी ने उन्हें सुपुर्द-ए-खाक भी किया।