आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीएमडी चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गि’रफ्तार कर लिया है. ICICI बैंक की क’र्जदार कंपनी वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज द्वारा दीपक कोचर की कंपनी में निवेश को लेकर जां’च चल रही थी. इस मा’मले पर ईडी अधिकारी दीपक कोचर से पू’छता’छ भी कर रहे थे. अब खबर है कि दीपक को ईडी द्वारा गि’रफ्तार कर लिया गया है.
दीपक कोचर के खिला’फ प्रवर्तन निदेशालय ने वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज को दिए गए लोन का दु’रुपयो’ग करने के आ’रोप में के’स भी द’र्ज कर लिया है. इंडिया टुडे को सूत्रों ने बताया, दीपक कोचर के खिला’फ पु’ख्ता स’बूत मिलने के बाद जांच एजेंसी ने उन्हें पू’छताछ के लिए बुलाया था और जब वह कई ट्रांजैक्शन के बारे में ठीक से नहीं बता पाए तो अधिकारियों ने उन्हें गि’रफ्तार करने का फैसला किया.
आ’रोप है कि दीपक कोचर की फर्म न्यूपावर रिन्यूएबल्स में 2010 में 64 करोड़ रुपए वीडियोकॉन ग्रुप और 325 करोड़ मैटिक्स फर्टिलाइजर के द्वारा निवेश किया गया था.
ये निवेश ICICI बैंक से लोन मिलने के तुरंत बाद किया गया था. आने वाले समय में चंदा कोचर के लिए भी मु’श्किल बढ़ सकती है क्योंकि जां’च एजेंसी वीडियोकॉन और मेटिक्स के अलावा अन्य कंपनियों को लोन देने की भी जां’च कर रही है. जां’च एजेंसी उन सभी लोन्स की जां’च कर सकती है जो चंदा कोचर ने ICICI बैंक प्रमुख रहते हुए कपनियों को दिए थे. इससे पहले ईडी ने चंदा कोचर से संबंधित संपत्ति भी अ’टैच की थी.
श’क के घेरे में वीडियोकॉन लो’न के’स से संबंधित सभी चीजों को ईडी ने अटैच कर लिया था. इसके अलावा ईडी ने कोचर की करीब 78 करोड़ रुपए की प्रोपर्टी भी अटैच की है. चंदा कोचर और बैंक के अन्य आठ लोगों पर वीडियोकॉन ग्रुप को लोन देने में ला’पर’वाही का आ’रोपी बनाया गया है.
क्या है आ’रोप
आ’रोप है कि वीडियोकॉन उद्योगों के वेणुगोपाल धूत ने दीपक कोचर द्वारा प्रवर्तित एक फर्म को करोड़ों रुपये मुहैया कराए थे, जबकि वीडियोकॉन समूह को 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से ऋण के रूप में 3,250 करोड़ रुपये मिले थे. यह राशि 40 हजार करोड़ रुपये के ऋण का हिस्सा थी जिसे वीडियोकॉन समूह ने एसबीआई के नेतृत्व में 20 बैंकों के एक कंसोर्टियम से हासिल किया था.
मा’मला आईसीआईसीआई बैंक द्वारा वीडियोकॉन समूह को 2009 से लेकर 2011 के दौरान प्रदत्त 1,875 करोड़ रुपये के क’र्ज को मंजूरी देने में क’थित अनि’यमिता’एं व भ्र’ष्टाचा’र से जुड़ा है.
ईडी का आ’रोप है कि कोचर ने आईसीआईसीआई बैंक के प्रमुख रहते हुए अ’वैध ढंग से अपने पति की कंपनी न्यूपावर रिन्यूएबल्स को करोड़ों रुपये दिए. मार्च में ईडी ने कोचर परिवार के आवास व कार्यालय परिसरों की तला’शी ली थी और वीडियोकॉन के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत के साथ-साथ उनको पू’छताछ के लिए बुलाया था.
धूत ने क’थित तौर पर आईसीआईसीआई बैंक से ऋण प्रदान करने की मंजूरी के बदले में अपनी कंपनी सुप्रीम इनर्जी के माध्यम से न्यूपावर रिन्यूएबल्स लिमिटेड में निवेश किया. वीडियोकॉन समूह को दिए गए कुल कर्ज 40,000 करोड़ रुपये के एक बड़े हिस्से की 2017 के आखिर में वसूली नहीं हो पाई और बैंक ने 2,810 करोड़ रुपये के कर्ज’ को गैर-निष्पा’दित परिसं’पत्ति (एनपीए) घो’षित कर दिया.