UPSC-2021 जिसमें राजस्थान के श्रीगंगानर के रहने वाले 26 साल के रवि कुमार सिहाग ने देशभर में 18वीं रैंक हासिल की है।
रवि इससे पहले भी साल 2018 में 337वीं रैंक और 2019 में 317वीं रैंक हासिल कर सिविल सेवा परीक्षा पास कर चुके हैं।
लेकिन IAS बनने के सपने को पूरा करने के लिए रवि लगातार मेहनत करते रहे और इस बार उन्होंने न सिर्फ 18वीं रैंक हासिल कर अपने सपने को पूरा किया।
रवि ने बताया कि जब समझने लगा तब से पढ़ाई पूरी करने तक पिताजी के साथ गांव में खेतों में काम किया है।
तब पिताजी खेती, सिंचाई या फिर गांव की समस्या लेकर अक्सर गांव वालों के साथ कलेक्ट्री जाते थे ताकि कलेक्टर उनकी समस्या का समाधान कर सके।
उस वक्त पिताजी और गांव वालो से कलेक्टर की तारीफ सुनकर मैंने ठान लिया था कि मैं भी कलेक्टर बनके लोगों की समस्या का समाधान करूंगा।
लेकिन UPSC में अपने शुरुआती अटेंप्ट में कलेक्टर नहीं बन पाया। लेकिन मैने हिम्मत नही हारी और लगातार मेहनत करता गया।
UPSC परीक्षा 03 बार क्रैक कर चुके रवि के पिता राम कुमार सिहाग आज भी गांव में खेती करते हैं।
रवि 04 भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से रवि की शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल में हुई है।
वर्ष 2015 में ग्रेजुकेशन कंप्लीट करने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से रवि ने घर पर रहकर ही खेती के साथ UPSC की तैयारी शुरू कर दी।
इसके बाद साल 2016 में रवि के पिता ने बमुश्किल पैसे इकट्ठे कर उन्हें दिल्ली तैयारी के लिए भेज दिया।
जिसके 2 साल बाद ही अपने पहले अटेम्प्ट में रवि ने साल 2018 में UPSC की परीक्षा पास कर ली।
जिसमें उन्हें भारतीय रेलवे यातायात सेवा के लिए चुना गया। इसके बाद उन्होंने 2019 में एक बार फिर परीक्षा पास की।
जिसके बाद उन्हें भारतीय रक्षा मंत्रालय में चुना गया। लेकिन ट्रेनिंग के दौरान ही रवि ने एक बार फिर UPSC की परीक्षा पास अपने पिता के सपने को पूरा किया है।