कर्नाटक सरकार ने एक आईएएस अधिकारी को जमातियों की तारीफ करने पर कारण बताओ नोटिस दिया है। लॉकडाउन के दौरान प्लाज्मा डोनेट करने वाले तबलीगियों की तारीफ करते हुए आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन ने एक ट्वीट किया था।
इस ट्वीट के लिए राज्य सरकार ने नोटिस जारी कर पांच दिन के भीतर मोहसिन से जवाब मांगा है। मूल रूप से बिहार के रहने वाले मोहम्मद मोहसिन इस समय पिछड़ी जाति कल्याण विभाग के सचिव के रूप में कार्यरत हैं।
27 अप्रैल को मोहसिन ने को’रोना से स्वस्थ हुए तबलीगी जमात के लोगों की ओर से अन्य मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा दान करने को लेकर ट्वीट किया था।
उन्होंने लिखा था “केवल दिल्ली में 300 से अधिक ‘तबलीगी हीरो’ देश की सेवा के लिए प्लाज्मा दान कर रहे हैं। लेकिन ‘गोदी मीडिया’ इन हीरो के मानवता कार्य को नहीं दिखाएगा।”
राज्य की भाजपा सरकार ने उनके इस ट्वीट को गंभीरता से लेते हुए उसके खिलाफ उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया है। उन पर अखिल भारतीय सेवा के नियमों के उल्लंघन का आरोप है। जिसके चलते उन से लिखित जवाब मांगा गया है।
नोटिस में कहा गया है कि अगर वो पाँच दिनों के भीतर स्पष्टीकरण नहीं देते हैं, तो उनके खिलाफ अखिल भारतीय सेवा (अनुशासन और अपील) नियम, 1969के तहत कार्रवाई की जाएगी।
मोहसिन पहले भी विवादों में आ चुके हैं। इससे पहले पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान ओडिशा में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हेलीकॉप्टर की जाँच करने की कोशिश की थी जिसके लिए उन्हें बाद में निलंबित किया गया था।
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम के बाद बहुत से जमाती कोरो’ना वायरस पॉज़िटिव पाये गए थे जिसके बाद पूरे देश में इसे लेकर चर्चा ज़ोरों पर थी। जिसके बाद इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों को पुलिस ने ट्रेस कर पकड़ा था और उन्हें आइसोलेशन में रखा गया था।
बता दें देशभर में कोरोनावायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस से संक्रमण के मामले 2500 के आंकड़े के करीब हैं। राज्य के 500 केस अकेले आगरा से हैं।
यानी राज्य का हर पांचवा पीड़ित आगरा का है। चौंकाने वाली बात यह है कि यहां पिछले तीन दिन में ही 111 नए पीड़ित सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, अब तक 7 हजार लोगों के टेस्ट सैंपल्स जुटाए जा चुके हैं।
यानी संक्रमण की दर 7.1 फीसदी ही है। जिले में अब तक 15 लोगों की संक्रमण से जान गई है, जबकि 126 लोगों को ठीक होने के बाद घर भेजा जा चुका है।