हिमाचल प्रदेश में पीपीई किट घोटाला सामने आने के चलते राज्य के स्वास्थ्य निदेशक अजय गुप्ता की गिरफ्तारी हो गई। जिसके बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल ने इस्तीफा दे दिया है।
मालूम हो कि, इस घोटाले में राजीव बिंदल का भी नाम आ रहा था। कांग्रेस द्वारा लगातार सवाल उठाए जाने के उपरांत बिंदल ने इस्तीफे का फैसला लिया। बहरहाल, उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपना इस्तीफा भेजा है।
पीपीई किट स्कैम की जांच विजिलेंस ब्यूरो कर रही है। उधर, गिरफ्तार हो चुके स्वास्थ्य विभाग के निदेशक को 5 दिनों की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। आज गुप्ता को कोर्ट में पेश किया गया गया था। आरोप हैं कि, गुप्ता पांच लाख रुपये घूस लेने के दोषी हैं। इस मामले में कांग्रेस सीबीआई जांच कराना चाहती है।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष शिव कुमार का कहना है कि, प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा आलाकमान को मामले की पूरी जानकारी होने के बाद भी उचित कार्रवाई नहीं हो रही है।’
शिव कुमार ने कहा- ”भाजपाइयों की करतूत से हिमाचल शर्मसार हुआ है। हम मांग करते हैं कि स्वास्थ्य विभाग घोटाले में सीबीआई जांच हो। अगर, जांच नहीं हुई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी।’
कुमार ने ऑडियो वायरल करने वाले की मांग के आधार पर सवाल उठाए कि, दोषियों पर अभी तक क्यों कार्रवाई नहीं हो रही। भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कुमार ने आगे कहा कि प्रदेश में कोविड फंड से खरीद मामले में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है, जिसमें अधिकारी और बिचौलिए पर कार्रवाई अमल में लाई जाए। हमें लगता है, मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।’
5 हजार पीपीई किट का ऑर्डर
कोरोना महामारी के बीच स्वास्थ्य निदेशक अजय गुप्ता के निर्देशन में परचेजिंग कमिटी ने 9 करोड़ के सप्लाई ऑर्डर दिए गए थे। इसमें मोहाली की एक फर्म को 5 हजार पीपीई किट का ऑर्डर दिया गया था। लेकिन देशभर की 40 कंपनियों ने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। सबसे बड़ी बात है कि ऑडियो में पांच लाख की दलाली भी इन्हीं पीपीई किट की डील के लिए की जा रही थी।
बता दें कि कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश की सरकार ने निदेशालय और जिला स्तर पर खरीद की छूट दे रखी थी। विजिलेंस का कहना है कि हेल्थ डिपार्टमेंट में हुई इस दलाली के तार जिला स्तर तक जुड़े हैं।