सुखद ख़बर: कंटेनमेंट जोन में 15-30% लोग संक्रमित होकर खुद हुए ठीक, आईसीएमआर की रिपोर्ट ने कहा-भारत में अब…

कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मरीजों की संख्या में हर रोज रिकॉर्ड इज़ाफ़ा हो रहा रहा है. इस बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कहा है कि कंटेनमेंट जोन यानी वो इलाके जहां पहले से कोरोना केस हैं, वहां करीब 30 फीसदी लोग संक्रमित होकर अपने आप ठीक भी हो गए. इसका खुलासा सेरो-सर्वेक्षण से हुआ है. इनमें वे रोगी भी शामिल हैं जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई नही दिए हैं.

24 हज़ार सैंपल लिए गए

अंग्रेजी अखबार न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, ICMR, नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC), राज्य सरकार और WHO ने मिलकर सेरो सर्वे किया. इसके तहत देश के 70 जिलों से 24 हज़ार सैंपल लिए गए. इस सर्वे से कई अहम जानकारी मिली हैं. आईए एक नजर डालते हैं इस सर्वे की मुख्य बातों पर.

SERO सर्वे की बड़ी बातें

>> ICMR की तरफ से कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन में 15-30 फीसदी लोग कोरोना से संक्रमित हुए. संक्रमित लोग अपने आप ठीक हो गए.

हर्ड इम्युनिटी यानी सामूहिक प्रतिरोधक क्षमता के बारे में फिलहाल कुछ नहीं कहा गया है. लेकिन इतना जरूर कहा गया है कि इन इलाकों में संक्रमण को लेकर लोगों में इम्युनिटी बढ़ रही है. इसका मतलब ये हुआ कि आने वाले जिनों में इन इलाकों में रहने वाले लोगों में हर्ड इम्युनिटी डेवेलप हो सकती है.

 

>> सर्वे में ये भी पता चला है कि देश में कई लोगों में वायरस से संक्रमित होने के बाद भी कोरोना के लक्षण नहीं दिख रहे हैं. ऐसे में भारत में संक्रमित मरीजों की संख्या सरकारी आकड़ों से काफी ज्यादा हो सकती है.

क्या है SERO सर्वे ?

SERO सर्वे में किसी खास इलाके में एक साथ कई लोगों के ब्लड सीरम टेस्ट किए जाते हैं. आमतौर पर ये जिले के स्तर पर होता है. इससे ये पता चल जाता है कि आखिर संक्रमण किस स्तर पर फै’ल रहा है. इससे एंटीबॉडीज़ के बारे में पता चलता है. इस सर्वे से सरकार न सिर्फ कोरोना संक्रमण के ट्रेंड पर नजर रख पाएगी बल्कि इससे कम्युनिटी ट्रांसमिशन को भी रो’क जा सकेगा.