कोरोना के खौफ के बीच घर जाने की मांग को लेकर प्रवासी मजदूरों और पुलिस के बीच गुजरात के अहमदाबाद में झड़प हो गई। सोमवार (18-05-2020) को यहां कई मजदूर घर भेजे जाने की मांग करते हुए सड़क पर उतर गए। मजदूरों को समझाने पहुंची पुलिस को भी उनके गुस्से का शिकार होना पड़ा।
मजदूरों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस पत्थरबाजी में 2 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए हैं। इतना ही नहीं मजदूरों ने पुलिस की 2 गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया है। प्रवासी मजदूरों के इस हंगामे की जो तस्वीरें सामने आई हैं उसमें दिख रहा है कि प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेन्सिंग के नियमों की धज्जियां भी उड़ाई गई हैं।
अहमदाबाद के डीसीपी (जोन-1), प्रवीण मल ने बताया कि ‘जब पुलिस प्रवासी मजदूरों को रोकने पहुंची तब उन्होंने पुलिस टीम पर पत्थऱ फेंकना शुरू कर दिया। उन्होंने पुलिस की 2 गाड़ियों में तोड़फोड़ मचाई और कंस्ट्रक्शन साइट पर बने एक दफ्तर में भी तोड़फोड़ की। करीब 250 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सभी आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल हालात वहां पर सामान्य है।’
आपको बता दें कि बीते रविवार (17-05-2020) को भी गुजरात में प्रवासी मजदूरों ने जमकर बवाल किया था। दरअसल रेल मंत्रालय ने यहां 2 ‘श्रमिक स्पशेल’ ट्रेनों को रद्द कर दिया था। जिसके बाद मजदूरों का गुस्सा फूटा था। ट्रेन रद्द किये जाने से नाराज मजदूर राजकोट में सड़क पर उतर गए थे।
उन्होंने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी और पुलिस पर भी पथराव किया था। इस पत्थरबाजी में एसपी, कुछ पुलिसकर्मी और पत्रकार भी जख्मी हो गए थे। बाद में पुलिस ने जांच कर कार्रवाई की बात भी कही थी।
When Police stopped them they pelted stones, went to Vastrapur&vandalised 2 Police vehicles. They also vandalized the office at a construction site. 250 people have been rounded up. Action will be taken against culprits.Situation under control: Pravin Mal, DCP (Zone-1) #Ahmedabad https://t.co/eklCFS778y pic.twitter.com/4IjtUCXip4
— ANI (@ANI) May 18, 2020
देश भर में लॉकडाउन का यह चौथा चरण है। लॉकडाउन की वजह से कई प्रवासी मजदूर अपने घर लौटना चाहते हैं। कई प्रवासी पैदल, साइकिल, बस, ट्रक या अन्य साधनों से घर जाते भी नजर आ चुके हैं।
हालांकि सरकार ने मजदूरों के घर जाने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। सरकार लोगों से अपील कर रही है कि वो पैदल या अन्य साधनों के बजाए सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए साधनों से ही घर जाएं।