देश के दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में बीते एक साल में तेजी से इजाफा देखने को मिला है। कंपनी के शेयरों में 1,200 पर्सेंट से ज्यादा की ग्रोथ हुई है। यही नहीं कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी 1 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है।
मंगलवार को एक बार फिर से कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिली है और 4 पर्सेंट से ज्यादा के इजाफे के साथ कंपनी का शेयर मूल्य 669 रुपये हो गया है। गौतम अडानी की कंपनी के शेयरों में जून तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद तेजी और बढ़ी है। 13 अगस्त 2019 को शेयर 48 रुपए के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद से साल भर में अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर करीब 1250 फीसदी चढ़ गए हैं।
इस साल की शुरुआत से कंपनी के शेयर में 275 फ़ीसदी और पिछले एक महीने में 79 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। शुक्रवार को अडानी ग्रीन एनर्जी ने जून में समाप्त हुई पहली तिमाही में 21.75 करोड़ के मुनाफे की घोषणा की थी, जबकि पिछले साल की पहली तिमाही में अडानी ग्रीन एनर्जी को 97.44 करोड़ का नुकसान हुआ था।
इस जून तिमाही के बाद कंपनी की कुल इनकम बढ़कर 878.14 करोड़ रुपए हो गई, जबकि पिछले साल की पहली तिमाही के बाद कंपनी की इनकम 675.23 करोड़ रुपए थी। पिछले सप्ताह शुक्रवार को शेयर में उछाल के बाद सोमवार को अडानी ग्रीन एनर्जी का शेयर बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 624.95 रूपए पर खुला, जबकि पिछले सप्ताह यह 608.45 रूपए था।
कंपनी के शेयर इंट्रा-डे ट्रेड में 5 पर्सेंट अपर सर्किट के साथ 638.85 रूपयों पर बंद हुए जो 52 सप्ताहों की सबसे बड़ी उछाल है। इस उछाल के साथ ही अडानी ग्रुप की मार्केट कैपिटलाइजेशन 99,917 करोड़ हो गई, जो दस लाख करोड़ रुपए से महज़ 83 करोड़ कम है।
इस उछाल के कारण अडानी ग्रीन एनर्जी अडानी पोर्ट और स्पेशल इकोनामिक जोन को पीछे छोड़कर अडानी ग्रुप का सबसे वैल्यूबल स्टॉक हो गया है। अडानी ग्रीन एनर्जी का उद्देश्य दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्रोड्यूसर बनना है। अप्रैल-जून तिमाही के दौरान कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी 8GW सोलर बिड जीती थी। इसके साथ ही कंपनी 2025 तक 25GW रिन्यूएबल कैपेसिटी की क्षमता के लक्ष्य की तरफ भी आगे बढ़ रही है।