‘बंगाल कोरोना और बीजेपी की सा’जिश दोनों से ज़रूर जीतेगा’, ममता बनर्जी का बड़ा बयान

पश्चिम बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को बीजेपी पर कोरोना वायरस और अम्फान तू’फान जैसी आ’पदा में भी रा’जनीति करने का आ’रोप लगाया. पर्यावरण दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम में पहुंची ममता ने कहा कि मैंने कभी प्रधान मंत्री मोदी को दिल्ली से हटाने की बात नहीं कही जबकि बीजेपी हमें आपदा के वक्त सत्ता से हटाने की कोशिश कर रही है.

ममता ने विश्व पर्यावरण दिवस पर हुए रि-ग्रीनिंग कोल कार्यक्रम में कहा, ‘‘मुझे बहुत बुरा लगा, जब हम कोरोना और अम्फान जैसी आपदा के बीच लोगों की जान बचा रहे हैं। ऐसे में कुछ राजनीतिक पार्टियां हमें सत्ता से ह’टाने की बात कर रही हैं। मैंने कभी नहीं कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल्ली से हटाना चाहिए।’’

बंगाल कोरोना और बीजेपी की सा’जिश दोनों से जीतेगा- ममता

हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल सरकार पर कोरोना से निपटने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था। ममता ने अमित शाह को जवाब देते हुए कहा, ‘‘क्या यही राजनीति करने का सही समय है? पिछले तीन महीने से वे कहां थे? जब हम ज़मीनी स्तर पर काम कर रहे थे। बंगाल कोरोना और बीजेपी की सा’जिश दोनों से ज़रूर जीतेगा।’’

ममता ने बीजेपी पर निशा’ना सा’धते हुए आगे कहा कि आपदा के समय मैं सभी से आग्रह करूंगी कि वे रा’जनीति में शामिल न हों और यह सुनिश्चित करें कि लोगों को राहत मिले. मुझे दु’ख होता है, जिस वक्त हम लोगों को त्रा’सदी से बचाने के लिए काम कर रहे हैं, उस वक्त एक पार्टी लगातार अभियान चला रही है कि उन्हें बंगाल में सत्ता से हटा दें, हमें वो’ट दें.

10 लाख प्रवासी मजदूर वापस बंगाल लौट चुके हैं- ममता

ममता ने अपने संबोधन में आगे प्रवासी मजदूरों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, “कुछ लोग प्रवासी मजदूरों को लेकर हंगामा कर रहे हैं, लेकिन हमें पैसा नहीं दे रहे.

हमनें उनके ट्रेन और बस का किराया चुकाया. करीब 10 लाख प्रवासी मजदूर वापस बंगाल लौट चुके हैं. हमें प्रवासियों को आसरा देना चाहिए. केंद्र सरकार ने उन्हें यहां बिना किसी योजना के ही भेज दिया था. यहां कोरोना के मामले इसलिए बढ़े, क्योंकि कई प्रवासी यहां बीमार होकर लौटे थे.”

मीडिया ने भी बंगाल को इग्नोर किया- ममता

चक्रवाती तूफान को लेकर ममता ने कहा कि महाराष्ट्र में तूफान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आया तो राष्ट्रीय चैनलों ने वहां जमकर कवरेज की, लेकिन जब बंगाल 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं से तबाह हुआ तो कुछ नहीं दिखाया गया. बंगाल हमेशा से ही इग्नोर किया जाता रहा है.