कोरोना वायरस महामा’री के प्रभा’व से पूरी उभरा चीन, बम्पर बढ़ोत्तरी का बनाया रिकॉर्ड

एक तरफ जहां दुनिया के ज्यादातर देश कोरोना वायरस के चलते गि’रती अर्थव्यवस्था और मंदी के हा’लातों से जूझ रहे हैं. वहीं इस साल लगातार चीन के निर्यात में बम्पर बढ़ोत्तरी हो रही है. अमेरिका ने भले ही चीन के सामानों को बायकॉट की बात की हो लेकिन चीन का अमेरिका के साथ व्यापार सरप्लस रिकॉर्ड 75.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. नवंबर में चीन का कुल निर्यात 268 अरब डॉलर पर पहुंच गया है.

नवंबर में चीन के निर्यात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 21.1 फीसदी की जो’रदार बढ़ोतरी हुई है, जिससे उसका व्यापार सरप्लस रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. अमेरिकी उपभोक्ताओं की मजबूत मांग से चीन के निर्यात में इजाफा हुआ है. सीमा शुल्क विभाग की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका को चीन के निर्यात में 46 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

निर्यात में यह वृद्धि ऐसे समय हुई है जबकि अमेरिका और चीन के बीच शुल्कों के मु’द्दे पर ‘व्यापार यु’द्ध’ जारी है. अक्टूबर में चीन का निर्यात 11.4 फीसदी बढ़ा था. इस दौरान चीन का आयात पांच फीसदी बढ़कर 192.6 अरब डॉलर रहा है. अक्टूबर में आयात 4.7 फीसदी बढ़ा था. इन आंकड़ों से पता चलता है कि चीन की अर्थव्यवस्था कोरोना वा’यरस महामा’री के प्र’भाव से अब पूरी उ’बर चुकी है.

उधर चीन के सिनोवैक बायोटेक ने एक स्थानीय फर्म से अपनी कोरोना वायरस वैक्सीन की उ’त्पादन क्षमता को दोगुना करने के लिए 515 मिलियन डॉलर की धनराशि हासिल की है. कंपनियों ने सोमवार को कहा कि उन्होंने इस महीने अपने प्रयोगात्मक शॉट के प्रभावकारिता डेटा आने की उम्मीद है. वहीं, सिनोवैक अपनी कोविड-19 वैक्सीन कोरोनावैक के परीक्षणों को भी विस्तार दे रहा है. कई अन्य देशों में इसपर काम हो रहा है और जहां इस वैक्सीन के अच्छे परिणाम आ रहे हैं.

चीन बायोफर्मासिटिकल लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि कोरोनावैक के विकास और उ’त्पादन में मदद करने के लिए सिनोवैक की एक सहायक कंपनी सिनोवैक लाइफ साइंसेज में 515 मिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा. चीन बायोफार्मास्युटिकल ने हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज को एक फाइलिंग में कहा कि यह निवेश सीने बायोफार्मास्युटिकल को सिनोवैक लाइफ साइंसेज में 15.03% ब्याज देगा. सिनोवैक ने एक अलग बयान में कहा कि वह सालाना 300 मिलियन वैक्सीन खुराक का निर्माण करने में सक्षम होगा और इसका लक्ष्य 2020 के अंत तक एक दूसरी उत्पादन सुविधा का निर्माण पूरा करना होगा ताकि वार्षिक कोविड-19 वैक्सीन उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 600 मिलियन डोज हो सके.