बिहार चुनाव: सें’धमारी और टूट का खत’रा देख कांग्रेस ने कसी कमर, उठाया ये बड़ा कदम

बिहार में कल विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा होगी. इससे पहले कांग्रेस को ड’र है कि बिहार में नतीजों के बाद पार्टी में टू’ट हो सकती है. पार्टी को लगता है कि जीत के बाद उनके विधायकों को तो’ड़ा जा सकता है. ऐसी आशंका के बीच कांग्रेस ने बिहार के सभी 38 जिलों में अपने पर्यवेक्षक भेज दिये हैं.

राजधानी पटना पहुंचे रणदीप सुरजेवाला

ऐसा पहली बार हो रहा है कि कांग्रेस हर जिले में अपने पर्यवेक्षक भेज रही है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला खुद राजधानी पटना पहुंच चुके हैं. दूसरे पर्यवेक्षक अविनाश पांडे भी पटना पहुंचने वाले हैं. रणदीप सुरजेवाला पटना में बैठकर पार्टी के हर कांग्रेस नेता की गतिविधियों पर नजर बनाये हुए हैं.

कांग्रेस को विधायकों को साथ रखने की बड़ी चुनौती

एग्जिट पोल में दिख रहे कां’टे की ट’क्कर के बाद कांग्रेस के सामने अपने विधायकों को साथ रखने की बड़ी चुनौ’ती है. कांग्रेस को लगता है जीतने वाले विधायकों को पार्टी में बनाकर रखना बहुत मुश्किल होगा.

बता दें कि इस बार तमाम एग्जिट पोल में महागठबंधन की जीत के दावे किए गए हैं. महागठबंधन में कांग्रेस ने आरजेडी के साथ मिलकर बिहार में चुनाव ल’ड़ा है.

पटना पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता घटक दलों के साथ मिलकर जहां सरकार गठन में आपसी सामंजस्य बनाएंगे। वहीं इनकी जिम्मेदारी पार्टी के विजयी उम्मीदवारों को बांधे रखने की भी होगी। कांग्रेस को आशंका है कि जैसे-जैसे महागठबंधन के पक्ष में नतीजे आएंगे वैसे-वैसे सें’धमारी का खत’रा बढ़ेगा। इस लिहाज से सावधानी में कोई कोर-कसर नहीं रहने देना चाहती है।

बहरहाल कांग्रेस महासचिव सुरजेवाला ने पटना पहुंचने के बाद कहा कि जनता ने वोट सिर्फ सत्ता परिवर्तन के लिए नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए दिया है। एक्जिट पोल के जो नतीजे बताए जा रहे हैं महागठबंधन कहीं उससे से ज्यादा सीटों से प्रदेश में सरकार बनाएगा। उन्होंने कहा कि जनता ने इस बार नौजवान, किसान का विरो’ध करने वाली बेरोजगारों को दर-दर भ’टकाने वाली सरकार के खिला’फ वोट किया है।