कांग्रेस के आरोपों पर भड़के सीएम योगी आदित्यनाथ, पूछ डाले ये चार सवाल

कोरोना लॉकडाउन के दौरान लाखों प्रवासी मजदूरों  की घर वापसी को लेकर उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। जहां एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  प्रवासी मजदूरों को लेकर कांग्रेस पर नकारात्मक और ओछी राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया कि वह प्रवासियों के लिए 1000 बसें चलाना चाहती हैं लेकिन योगी सरकार उन्हें अनुमति नहीं दे रही।

ट्वीटर पर एक दूसरे उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस से चार सवाल पूछे थे. इसके बाद से कांग्रेस और सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया. प्रियंका गांधी के 1 हजार बसों के चलाने का प्रस्ताव भी स्वीकार करना भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है सीएम योगी की ओर से जो सवाल पूछे गए थे. वह कुछ ऐसे हैं:

1) जब आपके पास 1000 बसें थीं, तो राजस्थान और महाराष्ट्र से ट्रकों में भरकर हमारे साथियों को उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड व बंगाल क्यों भेज रहे हैं?

2) औरैया में हुई दर्दनाक सड़क दुर्घटना से पूरा देश आहत है. एक ट्रक पंजाब से और दूसरा राजस्थान से आ रहा था. क्या कांग्रेस और प्रियंका गांधी  जी इस दुर्घटना की जिम्मेदारी लेंगी ? हमारे साथियों से माफी मांगेंगी?

3) देशभर में जितनी भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चल रही है उनमें से आधी से ज्यादा ट्रेनें उत्तर प्रदेश ही आईं है. अगर प्रियंका वाड्रा जी को हमारी इतनी ही चिंता है तो वो हमारे बाकी साथियों को भी ट्रेनों से ही सुरक्षित भेजने का इंतजाम कांग्रेस शासित राज्यों से क्यों नहीं करा रहीं?

4) प्रियंका गांधी जी कहती हैं कि उनके पास 1000 बसें हैं. यह और बात है कि अब तक इन बसों की सूची तक उपलब्ध नहीं कराई गई, न ही हमारे साथियों की. बसों और हमारे साथियों की सूची उपलब्ध करा दी जाए, जिससे उनके कार्य ट्विटर नहीं धरातल पर दिखें.

प्रियंका गांधी ने क्या कहा?

दरअसल, प्रियंका गांधी ने कहा था, ‘मजदूरों को घर भिजवाने के लिए कोरी घोषणाएं और ओछी राजनीति से काम नहीं चलेगा। ज्यादा ट्रेनें चलाइए, बसें चलाइए। हमने 1000 बसों की परमिशन मांगी है हमें सेवा करने दीजिए। ये हमारे अपने लोग हैं।

इनके साथ बैठकर बात करनी होगी। इनकी पीड़ा को साझा करना होगा। ये राष्ट्रनिर्माता हैं। संकट के समय हम इनको अकेला नहीं छोड़ सकते। शुक्रिया मेरे नेता राहुल गांधी जी।’