पुरी के जगन्नाथ मंदिर में देव-स्नान के दौरान उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, मास्क भी नहीं पहना पुजारियों ने: देखें विडियो

जगन्नाथ वार्षिक ‘स्नान पूर्णिमा’ के अनुष्ठान का आयोजन शुक्रवार को पुरी में जगन्नाथ मंदिर में किया गया. लॉकडाउन के कारण जगन्नाथ के स्नान पूर्णिमा को भक्तों की अनुपस्तिथि में पूरा किया गया लेकिन पुजारियों ने इस दौरान मास्क नहीं पहने और सोशल डिस्टेंसिंग) के नियमों का भी पालन नहीं किया.

इस अनुष्ठान को करने के लिए सीमित संख्या में सेवकों और पुजारियों की आवश्यकता थी, लेकिन जगन्नाथ स्नान के दौरान के एक एक वीडियो में भारी संख्या में सेवक और पुजारी दिखाई दिए, जो कोविड-19) के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो का उल्लं’घन कर रहे थे. साथ ही कई सेवक पीठासीन देव’ता’ओं की प्रतिमाओं के पास भी कोविड-19 के नियमों का उल्लं’घन करते हुए नजर आए.

देवताओं को मुख्य मंदिर में लगभग 1:40 बजे चुनिंदा सेवकों द्वारा एक जुलूस में ले जाया गया, जिन्हें अनुष्ठान में भाग लेने से पहले कोरोनोवायरस के टेस्ट से गुजरना पड़ा.

देवओं के स्नान के लिए सुना कुआ से पानी निकाला जाता है. इस दौरान बलभद्र पर 33 घड़े जल, जगन्नाथ पर 35 घड़े जल, दे’वी सुभद्रा पर 22 घड़े जल और सुदर्शन पर 18 घड़े जल डाला गया. हालांकि, सभी सेवल लगातार मंत्रों का उच्चारण करते रहे.

पुरी के जिला कलक्टर बलवंत सिंह ने बताया कि जिले में बृहस्पतिवार को रात दस बजे से लेकर शनिवार दोपहर दो बजे तक दं’ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू रहेगी. उन्होंने कहा कि जगन्नाथ के मंदिर के पास लोगों को एक’त्रित होने से रोकने के लिए भारी मात्रा में पुलिस की टुक’ड़ियां तैनात की गई हैं.

को’विड-19 की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि जगन्नाथ के ‘स्नान पूर्णिमा’ पर्व के दौरान में किसी भी श्रद्धालु को अनुमति नहीं दी जाएगी और सारे धार्मिक कार्य कुछ सेवादारों की उपस्थिति में ही संपन्न होंगे.

हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु पुरी के जगन्नाथ मंदिर में पर्व के अवसर पर एकत्रित होते हैं. इस बार अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से टेलीविजन पर पर्व अनुष्ठान का सीधा प्रसारण देखने का आग्रह किया है. सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी देते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक (मध्य रेंज) आशीष सिंह ने कहा कि पुरी में पुलिस की 38 पलटन तैनात की गई हैं और प्रत्येक पलटन में 33 पुलिस कर्मी होंगे.

उन्होंने कहा कि केवल सेवादारों और मंदिर के अधिकारियों को ही मंदिर में जाने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे के अलावा स्नान मंडप के पास 20 विशेष कैमरे भी लगाए गए हैं.