ग्वालियर के पुराने खांटी नेता औऱ पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ल बीजेपी छोड़कर फिर कांग्रेस में लौट आए हैं. बीजेपी में अपनी अनदेखी से ना’राज़ शुक्ल की कांग्रेस में घर वापसी हुई है. ये बीजेपी और सिंधिया दोनों के लिए बड़ा झट’का है.
शुक्ल ग्वालियर चंबल में ब्राह्मणों का चेहरा हैं और स्व. माधवराव सिंधिया के बाल सखा रहे. वो अर्जुन सिंह, मोतीलाल वोरा और दिग्विजय सिंह मंत्रिमंडल में 13 साल तक मंत्री रहे. उनके साथ 2018 के चुनाव में समाजवादी पार्टी से मेहगांव से चुना’व ल’ड़े सुरेश सिंह ने भी कॉन्ग्रेस की सदस्यता ले ली.पीसीसी चीफ कमलनाथ की मौजूदगी में ये दोनों कांग्रेस में शामिल हुए.
ग्वालियर चंबल के पुराने खाटी नेता बालेंदु शुक्ल ने बीजेपी को झट’का दे दिया है. वो कांग्रेस में लौट आए हैं. चर्चा है कि वो ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट से उप चुनाव लड़ सकते हैं. बालेन्दु शुक्ल ग्वालियर जिले से विधायक रहे हैं और अंचल में ब्राह्मणों का बड़ा चेहरा हैं.
वो ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता स्व. माधवराव के घनिष्ठ मित्र रहे हैं. लेकिन बाद में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. वो कुछ समय BSP में भी रहे. शुक्ल BJP में अपनी अनदेखी के कारण नाराजगी भी जाहिर कर चुके थे.
ब्राह्मण नेताओं को एकजुट कर रही है कांग्रेस
बालेंदु शुक्ल 73 साल के हैं और उनकी कांग्रेस में 12 साल बाद वापसी हुई है। ग्वालियर और चंबल संभागों में कांग्रेस ब्राह्मण वो’ट के लिए ने’ताओं को एकत्रित कर रही है और इसी कड़ी में बालेंदु शुक्ल को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गई है।
Madhya Pradesh: BJP leader & former state minister Balendu Shukla joins Congress in presence of former Chief Minister Kamal Nath in Bhopal. pic.twitter.com/5vE0H0WTMk
— ANI (@ANI) June 5, 2020
शुक्ल के अलावा कांग्रेस में आने वाले दूसरे नेता रिटायर्ड डीएसपी सुरेश सिंह हैं जिन्हें समाजवादी पार्टी ने मेहगांव से टिक’ट दिया था। हालांकि वे हा’र गए थे।
बालेंदु शुक्ल और सुरेश सिंह को सदस्यता दिलाने के कार्यक्रम में मप्र विस के पूर्व स्पीकर एनपी प्रजापति, पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह, सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ व लाखन सिंह यादव, रामनिवास रावत, प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर आदि मौजूद थे।