पिछले करीब 6 महीने से जिस महा’मा’री से पूरी दुनिया जू’झ रही है, उस कोरो’ना वाय’रस को मात देने वाली दवाई बना ली गई है. पतंजलि के प्रमुख और योगगुरु रामदेव ने इसका दावा किया है. मंगलवार को उन्होंने कोरो’ना को मा’त देने वाली दवाई कोरोनिल को लॉन्च किया. इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में काफी लोग दिखे, लेकिन अधिकतर ने कोई मास्क नहीं पहना हुआ था.
स्वामी रामदेव जब मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए तो उनके साथ पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण, इस दवाई पर काम करने वाले प्रोफेसर तोमर और कई अन्य लोग मंच पर मौजूद दिखे. इस दौरान मंच पर अधिकतर लोग बिना मास्क के दिखाई दिए, हालांकि मंच पर मौजूद एक बुजुर्ग वक्ता ने मास्क पहना हुआ था.
इसके अलावा मंच पर तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं दिखा, लेकिन मंच के सामने दीर्घा में अधिकतर लोग मास्क पहने हुए थे. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जा रहा था.
गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन्स के मुताबिक, सार्वजनिक स्थल या ऐसी जगह जहां पर अधिक लोग हों वहां पर मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है.
आत्मविश्वास से भरे दिखे रामदेव, संन्यासी ने खोजी दवा!
साफ है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में योग गुरु रामदेव पूरे आत्मविश्वास के साथ सबके सामने नज़र आए और उन्होंने दावा किया कि जो काम पूरी दुनिया में बड़े-बड़े वैज्ञानिक नहीं कर पाए वो एक हिमालय पर रहने वाले संन्यासी ने कर दिया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि जब दुनिया में कोरो’ना वाय’रस का सं’कट आया, तभी से हमारी टीम इस काम में जुट गई थी. और अब इसमें सफलता पाई गई है. साथ ही रामदेव ने भी कहा कि सिर्फ जनता क’र्फ्यू के दिन पतंजलि के कामकाज को बंद किया गया, इसके अलावा पूरे लॉक’डाउन में इस दवाई पर काम जारी रहा.
पतंजलि की ओर से ऐलान किया गया है कि अगले सात दिनों में ये दवाई पतंजलि के प्रमुख स्टोर पर मिलना शुरू हो जाएगी. जबकि जल्द ही एक ऐप्लिकेशन भी लॉन्च की जाएगी, जिसके इस दवाई की होम डिलीवरी हो सकेगी. रामदेव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि तीन दिन में इस दवाई से 65 फीसदी और सात दिनों में सौ फीसदी रिकवरी हो सकती है.