‘आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है’, महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने हाल ही एक में एक वीडियो शेयर करते हुए ये बात लिखी। ये वीडियो उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में रहने वाले अशहद अब्दुल्ला का है। एक छोटे से गांव में रहने वाले अशहद अपने बेहतरीन काम के लिए अब पूरे देश में मशहूर हो गए हैं। जो भी ये वीडियो देख रहा है, वो अशहद की तारीफ कर रहा है।
आइए जानते हैं क्यों मशहूर हो गए हैं अशहद अब्दुल्ला।
अशहद ने कबाड़ से बनाई 6 सीटर इलेक्ट्रिक साइकिल
आजमगढ़ के लोहरा गांव में रहने वाले अशहद अब्दुल्ला ने एक इलेक्ट्रिक साइकिल बनाई है। इस साइकिल में एक दो नहीं, बल्कि छह सीट हैं। अशहद का कहना है कि पेट्रोल की लगातार बढ़ती कीमतों के कारण उसके मन में इलेक्ट्रिक साइकिल बनाने का विचार आया। इसे बनाने में 10,000-12,000 रुपए की लागत आई है। खास बात ये है कि इसे बनाने के लिए स्क्रैप यानी कबाड़ का इस्तेमाल किया गया है।
आनंद महिंद्र भी हुए मुरीद
#WATCH : Azamgarh, Uttar Pradesh | A 6-seater electric cycle made by Lohra Village’s Ashhad Abdullah becomes a centre of attraction in his village and nearby areas pic.twitter.com/dwYAWNvQaZ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 5, 2022
अशहद की 6 सीटर इलेक्ट्रिक साइकिल चर्चा का विषय बन गई है। इस साइकिल का वीडियो देखने के बाद महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा भी इसके मुरीद हो गए। उन्होंने ट्विटर पर इसका वीडियो भी शेयर किया है।उन्होंने लिखा, ”मैं हमेशा ग्रामीण परिवहन नवाचारों से प्रभावित रहा हूं, जहां आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है।”
सिर्फ 10 रुपए में होगी चार्ज, 150 KM तक चलेगी
अशहद के मुताबिक, इस इलेक्ट्रिक साइकिल को तैयार करने में एक महीने का समय लग गया। इलेक्ट्रिक साइकिल एक बार चार्ज करने पर यह 150 किलोमीटर तक चल सकती है। इसे सिर्फ 10 रुपए में चार्ज किया जा सकता है। अशहद की ख्वाहिश है इस साइकिल का कमर्शियल तौर पर उत्पादन और बिक्री हो सके। अशहद का कहना है कि वह इसे पेटेंट कराने की भी कोशिश करेंगे।