मुंबई पुलिस ने रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी के खिलाफ एक और प्राथमिकी दर्ज की है। अर्णब गोस्वामी के खिलाफ आ’रोप है कि उन्होंने पिछले महीने अपने टीवी शो के दौरान मुस्लिमों के खिला’फ न’फरत पैदा करने की कोशिश करने की।
मुंबई पुलिस से यह शिकायत रज़ा एजुकेशनल वेलफेयर सोसायटी के सचिव इरफ़ान अबुबकर शेख ने की है।
Bandra migrants protest: Case filed against Arnab Goswami for allegedly spreading communal hatredhttps://t.co/mhUPHNZt0A
— scroll.in (@scroll_in) May 3, 2020
हिंदुस्तान टाइम्स की एक ख़बर के मुताबिक, दक्षिण मुंबई के नल बाजार के निवासी शेख ने अपनी शिकायत में आ’रोप लगाया कि अर्णब गोस्वामी और उनका चैनल मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत फैला’ने की कोशिश कर रहे थे और इसके लिए उन्होंने बांद्रा स्टेशन के पास स्थित एक मस्जिद को निशा’ना बनाया, जिसका 14 अप्रैल को यहाँ हुए प्रवासी मजदूरों के विरोध से कोई मतलब नहीं था।
शेख ने पुलिस से अपनी शिकायत में कहा, “लॉक डाउन के दौरान बांद्रा स्टेशन के पास प्रवासी मजदूरों के जमा होने से यहाँ स्थित इस मस्जिद का कोई संबंध नहीं था। बस इतनी सी बात थी कि मस्जिद के पास खुला स्थान होने के चलते प्रवासी मजदूर यहाँ एकत्र हुए थे। लेकिन अर्णब ने शहर में सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने के उद्देश्य से इस मुद्दे को मस्जिद से जोड़कर हाईलाइट कर दिया।”
बता दें कि कुछ दिन पहले ही मुंबई पुलिस ने अर्णब गोस्वामी से एक अन्य मामले में 12 घंटे तक पूछताछ की थी। 16 अप्रैल को महाराष्ट्र के पालघर जिले में दो साधुओं समेत तीन व्यक्तियों की लिंचिंग के संबंध में शीर्ष कांग्रेस नेताओं पर टिप्पणी के लिए उन्हें मुंबई पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था। इसके बाद आज अर्णब पर फिर से एक एफआईआर दर्ज की गई है।
गौरतलब है कि अर्णब गोस्वामी पर दो मोटरसाइकिल सवार व्यक्तियों द्वारा कथित तौर पर हमला किया गया था। अर्णब गोस्वामी ने उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ता बताते हुए आरोप लगाया था कि जब वह अपनी पत्नी के साथ घर जा रहे थे तो उन्होंने कथित तौर पर गाड़ी की खिड़की को तोड़ने की कोशिश की थी।
वहीं, रिपब्लिक टीवी ने इस मामले में “गहरी निराशा” व्यक्त करते हुए कहा कि गोस्वामी के अनुरोध के बावजूद, कथित ह’मलावरों को मुंबई की अदालत ने 15,000 रुपये की जमानत पर रिहा कर दिया था। चैनल ने गोस्वामी पर ह’मले को “एक पूर्व-नियोजित कांग्रेस साजिश” करार दिया और आ’रोप लगाया कि “पुलिस ने साजिश का मामला दर्ज करने से इनका’र कर दिया है”।