पीएम नरेंद्र मोदी ने अम्फान तूफान को लेकर आज शाम एक महत्वपूर्ण बैठक की है। जिसमें तूफान के आने से पहले की तैयारियों का जायजा लिया। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने भी हिस्सा लिया। इस बैठक में एनडीआरएफ के डीजी ने तूफान को लेकर रेस्पॉन्स प्लान की भी जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि तूफान के इलाके में 25 एनडीआरएफ की टीमें तैनात है जो लोगों को मदद करेगी। बता दें आज मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है अगले 24 घंटे में अम्फान देश के कई राज्यों में भारी तबाही मचा सकता है। जिसके बाद पीएम मोदी की यह महत्वपूर्ण बैठक हुई है।
24 घंटे में मचा सकता है तबाही
देश में एक तरफ कोरोना वायरस ने अपना कहर बरपाया हुआ है। देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा अब 95,000 से भी ज्यादा हो गया है। ऐसे में देश के सामने प्रकृति एक बार फिर से नई तबाही के रुप में चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ को लेकर आई है।
Reviewed the preparedness regarding the situation due to cyclone ‘Amphan.’ The response measures as well as evacuation plans were discussed. I pray for everyone's safety and assure all possible support from the Central Government. https://t.co/VJGCRE7jBO
— Narendra Modi (@narendramodi) May 18, 2020
मौसम विभाग ने इस तूफान को लेकर देश के कई हिस्सों में अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे यह तूफान अम्फान भीषण चक्रवाती तूफान बन सकता है। इसलिए संभावित राज्यों को पूरे तरह से चौकन्ना रहना चाहिए।
यह राज्य ज्यादा होंगे प्रभावित
बता दें इस तूफान का ज्यादा प्रभाव उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्यों को ज्यादा देखने का मिल सकता है। वहीं विशेष राहत आयुक्त ने पीके जेना ने कहा है कि उन्होंने 11 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का इंतजाम कर लिया है। उनकी टीम उड़ीसा के जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जैसे इलाकों में करीबी नजर रखे हुए हैं।
छत्तीसगढ़ -पश्चिम बंगाल -ओडिशा के बीच टकराएगा तूफान
तूफान को लेकर मौसम वैज्ञानिक एएम भट्ट का कहना है कि अंडमान सागर से सक्रिय कल शाम तूफान 18 से 20 मई तक बहुत तेज गति के साथ छत्तीसगढ़ से गुजरते हुए पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बीच टकराएगा जिसके कारण उसका पहला असर 36 दक्षिणी छत्तीसगढ़ में देखा जाएगा जबकि इस तूफान का असर 22 मई तक पूरे छत्तीसगढ़ में देखा जा सकता है।
मौसम विभाग का कहना है कि इस तूफान के दौरान हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर होगी। साथ ही कई जगह पर बारिश होने की संभावना है, मौसम विभाग ने बताया कि इसका सबसे खराब है पश्चिम बंगाल झारखंड और दिशा पर होगा जिसका पता सैटेलाइट द्वारा लगाया गया।