कोरोना संकट के बीच विदेश में फं’से भारतीयों को वंदे-भारत मिशन के जरिए देश लौटाने की भारत की कोशिशों को झ’टका लगा है। अमेरिकी सरकार ने दरअसल सोमवार को भारत पर गं’भीर आ’रोप लगाते हुए भारतीय उड़ानों पर रोक लगा दिया। अमेरिका ने आ’रोप लगाया है कि भारत एविएशन से जुड़े सम’झौतों का उल्लं’घन कर रहा है।
अमेरिका का आ’रोप है कि भारत की ओर से ‘अ’नुचित और भेद’भावपूर्ण’ नीति अपनाई जा रही है। कोरोना संकट के बीच भारत ने इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू नहीं की हैं। भारत में भी अतरराष्ट्रीय उड़ानों के आने पर पाबं’दी है। हालांकि, वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फं’से भारतीयों को लाने के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट्स जारी हैं।
अमेरिका का अपने एयरलाइंस के नुक’सान का आ’रोप
अमेरिका के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने आरोप लगाया है कि भारत कोरोना संकट में फंसे अपने लोगों को लाने के लिए एयर इंडिया के प्लेन भेज रहा है लेकिन साथ ही एयर इंडिया टिकट भी बेच रही है। वहीं, दूसरी ओर अमेरिकी एयरलाइंस के लिए भारत में रोक लगी हुई है और इससे अमेरिकी एयरलाइंस को कॉम्पिटीशन में नु’कसान हो रहा है।
अमेरिका के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का आ’रोप है कि एयर इंडिया को’रो’ना वा’यर’स से पहले की तुलना में 50% ज्यादा फ्लाइट्स के शेड्यूल का विज्ञापन कर रहा है। डिपार्टमेंट की ओर से कहा गया कि ऐसा लग रहा है कि एयरलाइन अपने देश के लोगों की वापसी के नाम पर धो’खा कर रही है। विभाग के अनुसार ये आदेश 30 दिनों में प्रभाव में आ जाएगा।
‘हमसे रोक हटने के बाद करेंगे फिर से विचार’
विभाग की ओर से कहा गया कि भारतीय एयरलाइनों को चार्टर उड़ानों के संचालन से पहले प्राधिकरण के लिए डीओटी के पास आवेदन करना चाहिए ताकि यह उन्हें और अधिक बारीकी से जांच सके। भारत की ओर से अमेरिकी वाहनों पर प्रति’बंध हटाये जाने के बाद अमेरिका भी भारत से प्रति’बंध हटाने पर फिर से विचार करेगा।
गौरतलब है कि कुछ हफ्ते पहले अमेरिका ने ची’न की एयरलाइंस पर भी रो’क लगाई थी। बाद में 15 जून को दोनों देशों के बीच सम’झौता हुआ कि दोनों तरफ से हफ्ते में 4-4 फ्लाइट्स की इजाजत होगी।