देश में एक ओर कोरो’ना सं’क्रमितों का आं’कड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सभी की नज़रे कोरो’ना वै’क्सीन पर टिकी हुई है. भारत सरकार ने कोरो’ना वैक्सीन की खरीद को लेकर विचार कर रही है. शुरुआत में सरकार कोरो’ना के खिला’फ अग्रि’म मो’र्चे पर तै’नात कर्मचारियों, सेना के जवानों और कुछ विशि’ष्ट श्रे’णी के लोगों के लिए कोरो’ना वै’क्सीन की करीब 50 लाख डोज खरीदने का मन बना रही है. सरकार का फोकस सप्लाई चेन और डिस्ट्रीब्यूशऩ पर है.
सरकार बड़े स्तर पर वै’क्सीन का वितरण करना चाहती है ताकि जल्द से जल्द इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके. माना जा रहा है कि एक वैक्सीन इस साल के अंत या अगले साल की शुरुआत में तैयार हो सकती है.
जानें इन तीन वैक्सीन्स की कबतक आने की संभावना है.
देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को कोरो’नावाय’रस की वैक्सी’न के बारे में बताया था. पीएम मोदी ने कहा था कि वर्तमान में भारत में कोरा’ना की एक नहीं, दो नहीं, बल्कि तीन-तीन वैक्सी’न्स टेस्टिं’ग के चरण में हैं.
भारत में अभी तीन कंपनियां कोरो’ना वाय’रस की वैक्सी’न को लेकर काम कर रही हैं. यह कंपनियां मान’व ट्रा’यल के दूसरे और तीसरे चरण पर काम कर रही हैं. हालांकि तीसरे चरण का ट्रा’यल पूरा होने में कुछ वक्त जरूर है, लेकिन जैसे ही तीसरा ट्रा’यल पूरा होगा, वैक्सीन लोगों को उपलब्ध हो जाएंगी.
भारत बायोटेक और आ’ईसीए’मआर कोवैक्सिन (Cova’xin) के नाम से वैक्सीन बना रही है.
जायडस कैडिला जा’यकोव-डी (ZyCoV-D) के नाम से वै’क्सीन बना रही है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और ऑक्स’फोर्ड-एस्ट्राजे’नेका मिलकर कोवि’शील्ड (AZD 1222) वैक्सी’न पर काम कर रहे हैं.
गौरतलब है की पूरे देश इस वक्त कोरो’ना वा’यरस की वै’क्सीन आने का इंतजार कर रहा है. अमेरिका, रूस, ब्रिटेन के अलावा भारत में भी कोरो’ना वै’क्सीन पर काम चल रहा है. अ’ग्रिम मो’र्चे पर तैनात कर्मचा’रियों और सबसे ज्यादा जो’खिम वाले लोगों को वैक्सी’न उपलब्ध कराने के लिए रूपरेखा बन रही है.