पिछले कुछ दिनों से देश में नीरव मोदी, उनके मामा महुल चौकसी, विजय माल्या जैसे भगौड़ों एवं कर्जदारों की बातें हो रही हैं। जहां विजय माल्या के देश के 9 हजार करोड़ रुपए के कर्जदार हैं। वहीं दूसरी ओर नीरव मोदी और उनके मामा करीब 13 हजार करोड़ रुपए के बकाएदार हैं।
लेकिन क्या आपको पता है कि कर्जदारों की सूचि में दोनों तीनों नाम काफी नीचे की श्रेणी में हैं। इन ऊपर ऐसे कई लोग हैं जो देश में रह रहे हैं बावजूद इसके देश का कर्ज नहीं चुका पा रहे हैं। आज हम आपको ऐसे ही कर्जदारों के बारे में बताने जा रहे हैं जो कुछ हजार करोड़ के नहीं बल्कि कई हजार करोड़ रुपयों के कर्जदार हैं…
1) देश के सबसे बड़े कर्जदार हैं अनिल
अनिल अंबानी की कंपनी अनिल धीरुभाई अंबानी ग्रुप पर सबसे ज्यादा कर्ज है। जानकारों के अनुसार उन पर 1 लाख 13 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है, जो कि देश में सबसे ज्यादा है। अनिल की कंपनी फाइनेंस, उर्जा, मनोरंजन, डिफेंस और टेलिकॉम के क्षेत्र में काम करती है। एक तरफ जहां अनिल के बड़े भाई मुकेश अंबानी देश के सबसे अमीर आदमी है, वहीं छोटे भाई अनिल अंबानी देश के सबसे बड़े कर्जदार है।
2) 90 हजार करोड़ कर्जदार वेदांता ग्रुप
वेदांता ग्रुप के मालिक अनिल अग्रवाल भी कर्जदार होने के मामले में किसी से कम नहीं है। इस फेहरिस्त में वो दूसरे पायदान पर हैं। उनपर करीब 90 हजार करोड़ रूपए का कर्ज है। जो इस हिसाब से वे भारत के दूसरे सबसे बड़े कर्जदार है। अनिल अग्रवाल को मौजूदा वित्त वर्ष से 100 करोड़ डॉलर के लोन का भुगतान करना है। इसके बाद अगले दो सालों में उनको 150 करोड़ डॉलर का भुगतान प्रतिवर्ष करना होगा, जब तक कि उनका कर्ज नहीं चुकता।
3) रियल एस्टेट का सबसे बड़ा कर्जदार
रियल एस्टेट में अपनी मोनोपॉली रखने वाला जेपी ग्रुप भी इस श्रेणी में आ चुका है। सुप्रीम कोर्ट के चुंगल में फंसा जेपी ग्रुप अभी 85 हजार करोड़ रुपए का कर्जदार बन चुका है। इस हिसाब से ये देश के तीसरे सबसे बड़े कर्जदार है। हाल ही अपनी प्रॉपर्टी को बेचने में जुटे ग्रुप ने जेपी इंफ्रा के लिए 10 हजार करोड़ रुपए का ऑफर रखा था। इनकी कम्पनी रियल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर, सीमेंट और पॉवर के बिजनेस में शामिल है।
4) अडानी ग्रुप भी इस फेहरिस्त में शामिल
वहीं दूसरी ओर अडानी ग्रुप भी इस फेहरिस्त में शामिल हो गया है। ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की कंपनी पर करीब 72 हजार करोड़ रूपए से भी ज्यादा का कर्ज है। ताज्जुब की बात तो ये है कि यह ग्रुप देश के लीडि़ंग ग्रुप में शामिल हैं। इसकी साख भी कई बड़ी कंपनियों के बराबर है। इसके बाद भी अड़ानी पर इतना भारी कर्ज है। जिसे चुकाने के लिए ग्रुप काफी प्रयास कर रहा है।
5) जिंदल ग्रुप भी कम नहीं
जिंदल ग्रुप को कौन नहीं जानता। इस ग्रुप का नाम देश के लीडि़ंग ग्रुप में शुमार होता है। आपको बता दें कि कारोबारी सज्जन जिंदल के नेतृत्व वाली कंपनी जेएसडब्ल्यू ग्रुप पर करीब 58 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। यह कंपनी स्टील के क्षेत्र की सबसे बड़ी कम्पनियों में शुमार है।