आजतक के ई-एजेंडा सुरक्षा सभा के कार्यक्रम के सत्र स्वदेशी का दम…हिन्दुस्तान से ‘चीनी कम’ में योग गुरु बाबा रामदेव शामिल हुए. इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि कर्ज लेकर भारत माता के प्रति अपना फर्ज निभा रहा हूं. पतंजलि पर फिलहाल 5 से 7 हजार करोड़ का कर्ज है. हमने शून्य से काम शुरू किया था लेकिन आज कड़ी मेहनत और देश के भरोसे के साथ बहुत आगे बढ़े हैं.
पतंजलि के टर्न ओवर पर बाबा रामदेव ने कहा कि अभी तक बैंकों के कर्ज चुकाने हैं. पतंजलि पर 5 से 7 हजार करोड़ का कर्ज है. लेकिन पंतजलि का 23 से 25 हजार करोड़ का सालाना टर्नओवर है. विदेशी कंपनी की जो लूट है, उससे बचाने के लिए हम एक रोल मॉडल की तरह से काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस कोरोना संकट काल में भी पतंजलि ने 10 हजार करोड़ का देश के लोगों को लाभ दिया है. पतंजलि दूसरी कंपनियों की तुलना में काफी सस्ते दर पर लोगों की सामान देती है. बाबा रामदेव ने पतंजलि के कामयाबी का मॉडल लोगों के सामने रखा.
पंतजलि की कामयाबी के मंत्र
1) रामदेव ने कहा कि पहला व्यक्ति को धीरज रखना होगा है. उन्होंने कहा कि हमें आज यहां पहुंचने में तीन दशक लगे हैं. इसके पीछे एक कड़ी मेहनत है. 40 साल से हम बिना किसी सैलरी, पद और लालच के 24 घंटे काम किया है. इसके बाद पतंजलि को इस मुकाम पर लाए हैं.
2) बाबा रामदेव ने कहा कि ज्ञान के साथ विज्ञान को मिलाकर चलना होगा. साइंस, टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और रिचर्स को हमें जोड़ना होगा. पंतजलि के साथ आज 500 साइंटिस्ट जुडे हुए हैं. अंतरराष्ट्रीय मार्केट की तर्ज पर हमें प्रोडक्शन से लेकर पैकेजिंग और मार्केटिंग तक पर काम करना होगा. इसके अलावा सप्लाई चेन लेकर डिस्ट्रिब्यूशन तक को खड़े करके मजबूत इरादों के साथ काम कर रहे हैं.
3) बाबा रामदेव ने कहा कि कोई बड़ा रिस्क लेना होगा. हमने जब काम शुरू किया तो हमारे पास कुछ भी नहीं था. हमने हजारों करोड़ रुपये के निवेश कर दिए. शुरुआत में हमने तो 500 करोड़ का कर्ज लिया था आज हमारा कर्ज 5-7 हजार करोड़ तक पहुंच गया है.
लेकिन इस बार हमारा टर्नओवर 23 से 25 हजार करोड़ के बीच होगा. इस तरह से एक रिस्क तो लेना पड़ता है, लेकिन उसके साथ दम खम भी तो होना चाहिए. इसके साथ देश के लोगों को भरोसा करना होगा तभी बड़ी-बड़ी कंपनी को मात दे पाएंगे.
बाबा रामदेव ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए लोगों को अपने घरों पर एलोवेरा और गिलोई के पौधे लगाने चाहिए वरना सैनेटाइजर से हाथ खुरदरे हो जाएंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करना होगा, जिसके लिए हमें काढ़ा का सेवन करना चाहिए. इससे हम कोरोना के मृत्युदर को जीरों पर ला सकते हैं.
इंडिया और भारत के नाम के सवाल पर बाबा रामदेव ने कहा कि हम पतंजलि के सारे सामान पर शुरू से ही मेड इन भारत लिखते हैं. हमें भारतीयता को पूरे देश में बढ़ावा देने की जरूरत है. मैं भारत हूं और भारतीयता हमारी पहचान है. हमें इसके लिए जातियों और मजहब के नाम से ऊपर उठकर सोचना चाहिए.