चक्रवात अम्फान बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी, पारादीप से 110 किलोमीटर दूर है। ये 18-19 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। एनडीआरएफ प्रमुख एसएन प्रधान ने बताया कि ओडिशा के तटीय इलाकों में हवा की रफ्तार बढ़ी है और पारादीप में बारिश के साथ 100 प्रति घंटे की रफ्तार से हवा बह रही है।
हालांकि पश्चिम बंगाल में हवा की गति तेज नहीं है। एनडीआरएफ प्रमुख ने कहा कि संकट की स्थिति को देखते हुए ओडिशा में बालासोर और भद्रक 1.5 लाख और पश्चिम बंगाल के 3.3 लाख को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
एसएन प्रधान ने आगे कहा कि हम अम्फान के लैंडिंग के समय और संभावित गति को देख रहे हैं। मौसम विभाग ने बताया कि इस तूफान के चलते समुद्र का पानी 4 से 6 मीटर ऊपर तक उठ सकता है, जिसके भूमि क्षेत्र में प्रवेश करेगा। आज शाम को पश्चिम बंगाल में सुंदरबन के पास लैंडफॉल की आशंका है। इस बीच हवा की रफ्तार 165 से 185 KMPH रह सकती है। अगले 6-8 घंटे खासे महत्वपूर्ण हैं।
चक्रवात की स्थिति को देखते हुए एनडीआरएफ की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर काम कर रही है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 41 टीमें तैनात की गई हैं। वहीं बालेश्वर और मयूरभंज जिलों में निकासी अभियान चलाया जा रहा हैं। बता दें कि चक्रवात अम्फान से आज भूस्खलन की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक इस दौरान बंगाल के तटीय जिलों में भी बारिश शुरू हो चुकी है। चक्रवात के खतरे को देखते हुए अब तक 1,704 शेल्टर होम तैयार किए गए हैं।
सड़कों पर यातायात बेहद कम नजर आया
मौसम विज्ञान विभाग ने कोलकाता और निकटवर्ती इलाकों में 20 मई को सभी संस्थान एवं बाजार बंद करने और लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने की सलाह दी है। कोलकाता में सुबह से तेज हवाओं के साथ मामूली बारिश हो रही है। चक्रवात के मद्देनजर अधिकतर लोग घरों में हैं, इसलिए सड़कों पर यातायात बेहद कम नजर आया।
कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के कारण बंगाल की खाड़ी के निकट पयर्टन स्थलों दीघा, मंदारमणि, ताजपुर और शंकरपुर पर भीड़ नहीं है और तट के निकट रह रहे स्थानीय लोगों को राज्य सरकार ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। मौसम वैज्ञानिकों ने सचेत किया है कि कई स्थानों पर रेल एवं सड़क मार्ग बाधित हो सकते हैं, बिजली एवं संचार के खंभे उखड़ सकते हैं और सभी प्रकार के ‘कच्चे’ घरों को अत्यंत नुकसान होगा।
कोलकाता में तूफान की रफ्तार 110 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी
मौसम विभाग का अनुमान है कि पूर्वी मिदनापुर में 185 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार तक चलेंगी हवाएं। वहीं कोलकाता में तूफान की रफ्तार 110 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। मौसम विज्ञान विभाग के कार्यालय ने बताया कि ‘अम्फान’ के सुंदरवन पहुंचने के बाद उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा की ओर बढ़ने और इसके पूर्वी सिरे के कोलकाता के निकट से गुजरने की संभावना है जिससे शहर के निचले इलाकों में भारी नुकसान होने और बाढ़ आने की आशंका है।
उसने बताया कि 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तरी दिशा की ओर बढ़ रहा तूफान बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे कोलकाता से 300 किलोमीटर दक्षिणपूर्व में स्थित था। मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि इसके कमजोर होकर चक्रवाती तूफान के रूप में पश्चिम बंगाल के नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों से गुजरने की संभावना है और इसके बाद यह बृहस्पतिवार दोपहर को बांग्लादेश में गहरे दबाव के रूप में पहुंचेगा।
ओडिशा के पाराद्वीप में 106 किमी प्रतिघंटा की स्पीड दर्ज की गई
मौसम विभाग के डीजी एम. महापात्र ने कहा कि अम्फान पश्चिम बंगाल में तट पर सुंदरबन के पास प्रवेश कर रहा है। उपग्रह से प्राप्त ताजा चित्र के अनुसार इसकी स्थिति पूर्वाअनुमान के अनुसार ही है। इस तूफान की गति ओडिशा के पाराद्वीप में 106 किमी प्रतिघंटा की स्पीड दर्ज की गई। ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान था, उसी के अनुरूप ही हो रहा है। ये साइक्लोन उत्तर, उत्तर पूर्व दिशा में बढ़ा, धीरे-धीरे हवा की गति बढ़ी और बारिश हुई।