गुजरात: बीजेपी का तीन राज्यसभा सीट जीतने का रास्ता साफ़

राज्यसभा चुनाव से पहले एकबार फिर विधायकों की गुणा-गणित शुरू हो गई है। बाकी तकरीबन सभी राज्यों में स्थिति कमोबेश साफ है, बस गुजरात को लेकर हलचल तेज है। गुजरात से खाली हो रही चार सीटों में से तीन सीटें भाजपा के पास थीं। मगर विधायकों की गणित भाजपा के पास नहीं थी।

कांग्रेस के आधा दर्जन विधायक दे चुके हैं इस्तीफा

पर, कांग्रेस के दो और विधायकों ने गुरुवार को इस्तीफा देकर शीर्ष नेतृत्व को चौंका दिया। कांग्रेस के आधा दर्जन विधायकों ने अब तक विधानसभा से अपनी सदस्यता और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। जब कि कांग्रेस के शीर्ष नेता अहमद पटेल खुद मोर्चे पर डटे हैं। कांग्रेस पार्टी ने गुजरात से शक्ति सिंह गोहिल और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री भरत सिंह सोलंकी को मैदान में उतारा है।

सोलंकी दूसरे प्रेफेरेंशियल कैंडिडेट हैं। उनकी जीत कांग्रेसी विधायकों की गिनती के हिसाब से पक्की मानी जा रही थी, मगर अब समीकरण बदल गए हैं। कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे के बाद भाजपा के तीनों उम्मीदवार राज्यसभा की सीट जीत सकते हैं। गुरुवार को अक्षय पटेल और जीतू चौधरी ने विधानसभा से अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को सौंप दिए।

एक राज्यसभा सीट के लिए 34 विधायकों का वोट चाहिए

उसके बाद राजनीतिक परिदृश्य पूरी तरह घूमा। गुजरात से राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए 34 विधायकों के वोट चाहिए। भाजपा के पास 103 विधायक हैं। तीन उम्मीदवारों को जिताने के लिए भाजपा को 102 वोटों की ही दरकरार है। भाजपा से अभय भारद्वाज और रमिलाबेन बारा को पार्टी ने पहले मैदान में उतारा था, बाद में कांग्रेस से भाजपा में आए नरहरि अमीन को भी प्रत्याशी बना दिया। उसी के बाद से खींचातानी का दौर शुरू है।

कांग्रेस नेतृत्व अपने विधायक बचाने में जुटा

कांग्रेस नेतृत्व अपने विधायक बचाने में जुटा है। कुछ समय के अंतराल पर उनके विधायक इस्तीफा देते रहे। कांग्रेस के पास अब 66 विधायक बचे हैं। दो सीट जीतने के लिए 68 वोट चाहिए। जाहिर है दूसरी सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी की हार भाजपा रणनीतिकारों ने निश्चित कर दी है।