12वीं की परीक्षा देने के लिए दुल्हन ने रुकवाई 3 घंटे विदाई, दुल्हे के साथ बाहर बारातियों ने भी किया इंतजार

आगरा में परीक्षा केंद्र के बाहर उस समय लोग अचानक से चौक गए। जब एक दुल्हन के जोड़े में सजी युवती परीक्षा देने के लिए पहुंची। युवती अपने पति और ससुरालियों के साथ परीक्षा देने आई थी। इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए युवती ने अपनी विदाई को रुकवा दिया था। परीक्षा देने तक करीब 3 घंटे बारात ने युवती का केंद्र के बाहर इंतजार किया। जब वह वापस निकल कर आई तब बारात रवाना हो सकी।

बरौली अहीर के सेमरी की रहने वाली आशा कुशवाहा की 15 फरवरी को बारात आई थी। 16 फरवरी की सुबह आशा के फेरों की रस्म को संपूर्ण किया गया। रस्म पूरी करते-करते करीब 1:00 बज गए. ऐसे में आशा को आज 12वीं की परीक्षा देने भी जाना था जिसके लिए आशा ने अपनी विदाई को रुकवा दिया और बारात को इंतजार करने के लिए कह दिया।

पढ़ाई के प्रति आशा के समर्पण को देखते हुए आशा के ससुरालियों और बारातियों ने विरोध नहीं किया और उसे परीक्षा देने के लिए जाने की इजाजत दे दी। जबकि आशा की विदाई का मुहूर्त का समय निकला जा रहा था। लेकिन आशा ने साफ कह दिया था कि जब तक वह परीक्षा नहीं देगी ससुराल नहीं जाएगी।

पढ़ाई के प्रति लगाव को देखते हुए ससुरालियों ने भी घुटने टेक दिए

आशा की जिद और पढ़ाई के प्रति उसके लगाव को देखते हुए ससुरालियों ने भी घुटने टेक दिए और आशा को परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र पर भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि आशा का परीक्षा केंद्र बमरौली कटारा क्षेत्र के बीआरआई इंटर कॉलेज बिलहेरी में था। जहां पर आशा अपनी परीक्षा देने के लिए पहुंची।

 परीक्षा केंद्र पर दुल्हन के लिबास में पहुंची

हाथों में मेहंदी, माथे पर सिंदूर, कलाई में कंगन और दुल्हन के लिबास में सजी हुई आशा करीब डेढ़ बजे जैसे ही परीक्षा केंद्र पर पहुंची सभी लोग उसे एकटक देखते रह गए। ऐसा कम ही होता है कि परीक्षा केंद्र पर कोई दुल्हन के लिबास में परीक्षा देने आए।

आशा को परीक्षा केंद्र तक दूल्हा और उसके ससुराल के अन्य लोग लेकर पहुंचे थे। सजी-धजी कार में पहुंची आशा 2 बजे से पहले ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर गई। ऐसे में परीक्षा समाप्त होने तक करीब 3 घंटे आशा का दूल्हा और उसके ससुरली उसका बाहर इंतजार करते रहे।