पीएम केयर्स से मजदूरों के लिए 1,000 करोड़ रूपये आवंटन पर चिदंबरम ने दिया ये बड़ा बयान

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि ‘पीएम केयर्स’ कोष से 1000 करोड़ रुपये के आवंटन के बावजूद प्रवासी श्रमिकों को हाथ में कुछ नहीं मिलेगा क्योंकि यह राशि राज्यों को मिलेगी ताकि वे मजदूरों की यात्रा और उनके रहने खाने के खर्च का भुगतान कर सकें.

उन्होंने ट्वीट किया, “पीएम केयर्स से प्रवासी श्रमिकों के लिए 1000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए. कृपया, समझने में गलती मत करिए. यह पैसा प्रवासी श्रमिकों को नहीं दिया जाएगा, बल्कि राज्य सरकारों को प्रवासी कामगारों की यात्रा, रहने, दवा और खाने के खर्च के लिए दिया जायेगा. प्रवासी मजदूरों के हाथों में कुछ नहीं मिलेगा.”

चिदंबरम ने कहा, “बहुत सारी बाधाओं को पार करते हुए एक प्रवासी कामगार अपने गांव पहुंचता है, लेकिन वहां उसके लिए कोई रोजगार नहीं है. उसके पास कोई आय नहीं है. वह और उसका परिवार कैसे गुजारा करेगा?”

गौरतलब है कि पीएम केयर्स फंड ट्रस्ट ने बुधवार को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के लिए 3,100 करोड़ रूपये आवंटित करने का निर्णय लिया. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, पीएम केयर्स फंड से आवंटित किये गये 3,100 करोड़ रूपये में से करीब 2000 करोड़ रूपये वेंटिलेटर की खरीद और 1000 करोड़ रूपये प्रवासी मजदूरों के लिए निर्धारित किये गये हैं.

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज के तहत करीब 6 लाख करोड़ रुपए की अहम घोषणाएं कीं। उन्होंने एमएसई का ना सिर्फ परिभाषा बदला, बल्कि कई चार लाख करोड़ रुपए की बिना गारंटी लोन के रूप में देने की भी बात कही। इसका अलावा उन्होंने आत्मनिर्भर भारत का रोडमैप बनाने के लिए कई अहम ऐलान किए।

वित्त मंत्री ने कहा कि एमएसएमई को दिए कर्ज को लौटाने के लिए एक साल की मोहलत दी जाएगी। साथ ही दबाव वाले एमसएएमई को 20,000 करोड़ रुपए का (बिना गारंटी) कर्ज दिया जाएगा, इससे करीब 2 लाख एमएसएमई लाभान्वित होंगे।

वित्त मंत्री की घोषणाओं का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सत्ता पक्ष के लोगों ने स्वागत किया है। वहीं देश के पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि इसमें गरीबों के लिए कुछ नहीं है।